टी सीरीज सह-संस्थापक की बेटी का निधन: तिशा कुमार का अंतिम संस्कार
टी सीरीज के सह-संस्थापक कृष्णन कुमार की बेटी तिशा कुमार का मुंबई में अंतिम संस्कार हुआ। तिशा, जिनकी उम्र मात्र 20 वर्ष थी, का 18 जुलाई 2024 को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। युवा उम्र में ही तिशा ने कैंसर को एक लंबी लड़ाई दी थी, लेकिन आखिरकार 18 जुलाई को वह इस संघर्ष में हार मान गईं। इस दुखद घटना से पूरा परिवार और उनके करीबी गहरे शोक में डूब गए हैं।
बॉलीवुड ने दी श्रद्धांजलि
तिशा कुमार के अंतिम संस्कार में बॉलीवुड के कई जाने-माने चेहरे शामिल हुए। इनमें से कुछ प्रमुख नाम थे रितेश देशमुख, सई मांजरेकर, सलमान खान के बॉडीगार्ड शेरा और अन्य। इस मौके पर सभी ने तिशा को अपनी श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार को सांत्वना दी।
परिजनों का शोक
तिशा के पिता कृष्णन कुमार इस अवसर पर काफी दुखी और संवेदनशील दिखाई दिए। उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें वे टूटे हुए नजर आ रहे हैं। कृष्णन कुमार के लिए यह वाकई में एक बहुत कठिन समय है।
तिशा की मां, तान्या कुमार भी इस दुखद अवसर पर टूटी और भावुक नजर आईं। वह अंतिम संस्कार की रस्मों में भाग ले रही थीं और भावनाओं में बहकर कई बार रो पड़ीं।
भूषण कुमार का समर्थन
कृष्णन कुमार के भाई और टी-सीरीज के सीईओ भूषण कुमार भी इस मुश्किल सूरत में अपने परिवार के साथ खड़े नजर आए। उन्होंने इस अवसर पर अपने भाई और परिवार को प्यार और समर्थन दिया, जो इस समय उनके लिए बेहद ज़रूरी था।
टी सीरीज का बयान
टी सीरीज की तरफ से एक बयान जारी किया गया जिसमें परिवार की निजीता बनाए रखने की अनुरोध की गई। बयान में कहा गया, “तिशा कुमार, कृष्णन कुमार की बेटी, का लंबे समय तक बीमारी से जूझने के बाद 18 जुलाई को निधन हो गया। यह परिवार के लिए बहुत ही कठिन समय है और हम आपसे निवेदन करते हैं कि उनकी निजीता का सम्मान करें।”
परिवार और दोस्तों का साथ
अंतिम संस्कार में परिवार और दोस्तों का अच्छा समर्थन तिशा के माता-पिता को मिला। यह देखा गया कि सभी ने मिलकर इस दुखद घड़ी में एक दूसरे का साथ दिया। इस दौरान सभी ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और यह जाहिर किया कि इस दुःख भरे समय में वे परिवार के साथ खड़े हैं।
यह एक कठिन समय है और तिशा के परिवार के लिए एक बहुत बड़ा सदमा है। ऐसे में हम सभी को चाहिए कि हम उनके इस कठिन समय में उनकी निजीता का सम्मान करें और उन्हें उनके निजी सवालों से दूर रखें।
एक यंग जीवन की समापन
तिशा कुमार, जिन्होंने मात्र 20 वर्षों में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया, ने अपनी छोटी सी उम्र में ही कई जिंदगियों को प्रभावित किया। उनके जाने से न केवल उनका परिवार बल्कि उनके दोस्त और करीबी भी गहरे शोक में हैं। तिशा के इस असामयिक निधन ने यह साबित कर दिया कि जिंदगी कितनी अनिश्चित हो सकती है और हमें हर पल का मोल समझना चाहिए।
समाप्त हुआ अंतिम अध्याय
तिशा कुमार के अंतिम संस्कार ने उनके जीवन के अंतिम अध्याय को बंद कर दिया। उनके जाने से एक परिवार एक सदस्य खो चुका है और यह खालीपन अब कभी नहीं भर सकेगा। तिशा की यादें हमेशा उनके परिवार के दिलों में जिन्दा रहेंगी और वह हमेशा याद की जाएंगी।
8 टिप्पणि
Priya Kanodia
जुलाई 23, 2024 AT 06:52 पूर्वाह्नये सब बॉलीवुड वाले बस फोटो खींचने आते हैं... पर जब कोई बीमार होता है तो किसी का फोन नहीं आता... ये लोग बस इमेज के लिए जिंदा हैं।
Darshan kumawat
जुलाई 24, 2024 AT 23:01 अपराह्नतिशा का निधन एक अपार नुकसान है। एक ऐसी युवा आत्मा जिसने जिंदगी के हर पल को गहराई से जीने की कला सिखाई। ये नहीं कि बॉलीवुड के सितारे आए... बल्कि ये बात है कि इंसानियत का असली चेहरा कैसे दिखता है।
Manjit Kaur
जुलाई 26, 2024 AT 10:05 पूर्वाह्नबस रो रहे हो भाई साहब बीमारी से मरना तो होता है बड़ी बात नहीं। इतना शोर मत मचाओ।
yashwanth raju
जुलाई 27, 2024 AT 15:40 अपराह्नअरे ये तो बहुत अच्छा हुआ कि भूषण कुमार ने अपने भाई के साथ खड़े होकर दिखाया कि परिवार क्या होता है। बॉलीवुड में इतना सच्चा साथ देखने को मिलता है तो ये बात अच्छी है। 😅
Aman Upadhyayy
जुलाई 28, 2024 AT 18:27 अपराह्नमुझे लगता है कि ये बहुत दुखद है लेकिन इस तरह की बातों पर इतना ध्यान देना ठीक नहीं है... अगर हम अपने घर में बैठकर अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताते तो शायद ये बातें नहीं होतीं... बॉलीवुड वालों को भी बस फोटो के लिए आना है... असली दुख तो घरों में होता है जहाँ कोई नहीं देखता... 😔
ASHWINI KUMAR
जुलाई 30, 2024 AT 00:50 पूर्वाह्नइतना लंबा आर्टिकल लिखा है लेकिन कुछ नया नहीं बताया। बस फिर से ये बातें जो हर जगह लिखी जा रही हैं। बोर हो गया।
vaibhav kapoor
जुलाई 31, 2024 AT 18:06 अपराह्नभारत में ऐसे युवाओं की मौत पर इतना शोर क्यों? देश के गाँवों में हर दिन बच्चे मर रहे हैं और कोई नहीं बोलता।
Manish Barua
अगस्त 1, 2024 AT 18:43 अपराह्नye baat sachhi hai ki log sirf photo ke liye aate hain... par ek chij jo maine dekha ki unke maa-baap ke paas jo log aaye unme se kuch toh asli dil se aaye the... maine ek video dekha jisme ek dost ne uski photo apne phone mein rakh kar ro raha tha... uski aankhon mein kuch alag tha... bas itna hi kehna chahta hu... zindagi chhoti hai... aur yeh sab bhi ek din khatam ho jayega... ❤️