लॉरेंस बिश्नोई का खौफनाक 'हिट लिस्ट'
गुजरात के साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके गिरोह ने मुंबई फिल्म इंडस्ट्री से लेकर राजनीतिक जगत तक के कई बड़े हस्तियों को अपना निशाना बनाया है। इस गिरोह के खतरनाक इरादे और लॉरेंस की हिट लिस्ट ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। लॉरेंस बिश्नोई, जो खुद को 'रॉबिन हुड' की तरह पेश करता है, ने बॉलीवुड स्टार सलमान खान, कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी, और कई अन्य नामचीन हस्तियों को अपने लक्ष्य बनाया है।
सलमान खान पर मंडराता खतरा
सलमान खान का नाम इस लिस्ट में प्रमुखता से इसलिए जुड़ा है क्योंकि बिश्नोई समुदाय के लिए काले हिरण का महत्व धार्मिक रूप से बहुत ज्यादा है। सलमान का 1998 का काले हिरण शिकार केस आज भी इसी समुदाय के सदस्यों को कष्ट देता है। इसी का फायदा उठाते हुए बिश्नोई उन्हें अपनी प्राथमिकता में रखे हुए हैं। इसके अलावा, इस वर्ष की शुरुआत में सलमान के बांद्रा स्थित निवास के बाहर फायरिंग की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हिला कर रख दिया।
मुनव्वर फारूकी और उनका खतरनाक सामना
कैमरा के पीछे से लेकर स्टेज पर, मुनव्वर फारूकी ने अपनी बेबाक बातों से लोगों को हंसाया है। लेकिन उनकी इस सक्सेस स्टोरी के पीछे एक खतरा भी मंडरा रहा है। बिश्नोई की हिट लिस्ट में मुनव्वर जूनियर का भी नाम शामिल है। उनकी जान पर मंडराते खतरे को देखते हुए इंटेलिजेंस एजेंसियों ने दिल्ली में उनके एक कार्यक्रम के दौरान संभावित हमले को नाकाम किया।
पंजाबी जगत में भी फैली धमकी
बीते कुछ वर्षों में पंजाब में कई बड़े म्यूजिक और फिल्म जगत की हस्तियाँ भी बिश्नोई के खतरे में हैं। जैसे कि, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पूर्व मैनेजर शगनप्रीत सिंह। बिश्नोई का मानना है कि शगनप्रीत ने विक्की मिड्ढ़ुखेडा की हत्या के दोषियों को पनाह दी थी। विक्की बिश्नोई का करीबी था और उसकी हत्या का बदला लेना लॉरेंस का लक्ष्य है।
राजनीति और अंडरवर्ल्ड के बीच संबंध
बाबा सिद्दीकी जैसे नेताओं का नाम भी बिश्नोई की हिट लिस्ट में शुमार है। उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी भी खतरे में हैं, और पुलिस का कहना है कि उनके पिता की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों को ज़ीशान को मारने के लिए भी कहा गया था। यह खौफनाक सिलसिला इस ओर इशारा करता है कि बिश्नोई गैंग बॉलिवुड में वही सरप्रभुत्त्व बनाना चाहता है जैसा कभी दाउद इब्राहीम की डी-कंपनी का था।
लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह की पहुंच और प्रेरणा अब तक सिर्फ अपराध और राजनीतिक प्रतिद्वंदी तक सीमित नहीं है। वे अब पहचान बनाने के लिए बॉलीवुड के लोगों को धमकाने और उनसे वसूली करने में भी लगे हुए हैं। उनकी गतिविधियाँ केवल भारत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि विदेशों में भी उनके संबंध हैं। इसमें खासकर कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लिया जा रहा है, जिसके बाबर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) जैसे खालिस्तानी टेरर ग्रुप के साथ संबंध हैं।
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने अपने चार्जशीट में बिश्नोई के इस संगठनात्मक ढाँचे को उघाड़ कर रख दिया है। NIA के अनुसार, बिश्नोई का यह संगठन न केवल बड़े पैमाने पर हथियारों और ड्रग्स की तस्करी में शामिल है, बल्कि वे आतंकवादी गतिविधियों के लिए भी धन जुटाते हैं। इस चार्जशीट ने भारत में लॉरेंस बिश्नोई का एक ऐसा चेहरा सामने लाया है, जिसके इरादे न केवल खतरनाक बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का विषय हैं।
19 टिप्पणि
Laura Balparamar
अक्तूबर 17, 2024 AT 06:30 पूर्वाह्नये सब बातें सुनकर लगता है कि बॉलीवुड अब सिर्फ फिल्मों का मंच नहीं, बल्कि अंडरवर्ल्ड का एक्सटेंशन बन गया है।
Shivam Singh
अक्तूबर 19, 2024 AT 01:26 पूर्वाह्नsalmann ki jagah pe ek ghar ka bill bharna pad raha hai aur munnawar ko bhi target kiya ja raha hai... ye kya chal raha hai yaar
Piyush Raina
अक्तूबर 19, 2024 AT 08:44 पूर्वाह्नलॉरेंस बिश्नोई को रॉबिन हुड कहना बहुत ही शर्मनाक है। एक ऐसा आदमी जो अपनी जाति के नाम पर लोगों को मारने की योजना बना रहा है, उसे ही न्याय का प्रतीक बनाने की कोशिश करना असली अंधविश्वास है।
हमारी संस्कृति में शिकार का रिवाज है, लेकिन उसे धार्मिक आधार देकर जानलेवा धमकियाँ देना बिल्कुल गलत है।
Srinath Mittapelli
अक्तूबर 21, 2024 AT 05:02 पूर्वाह्नकिसी के शिकार के लिए जान लेने का बदला लेना कोई न्याय नहीं है
मुनव्वर जैसे लोग अपनी मजाकिया बातों से लोगों को खुश करते हैं और उनके खिलाफ धमकी देना बस एक नाजुक दिमाग का नतीजा है
हमें अपने आत्मविश्वास को बाहर की धमकियों से नहीं बल्कि अपनी जिम्मेदारी से बनाना चाहिए
अगर एक आदमी अपने बारे में सोचता है तो उसका नाम दुनिया भर में फैल जाता है
लेकिन अगर वो डर के आगे झुक जाए तो वो अपने आप को ही खो देता है
हमें उन लोगों को समर्थन देना चाहिए जो अपने काम में बहादुरी दिखा रहे हैं
और जो लोग डर के नाम पर दूसरों को डरा रहे हैं उनका बहाना बनाना बंद करना चाहिए
हमारी संस्कृति में शिकार का रिवाज था लेकिन उसे अपराध का आधार बनाना गलत है
अगर हम अपने अतीत को अपराध के रूप में देखने लगे तो हम अपने भविष्य को खो देंगे
हमें अपने नाम को बनाने के लिए नहीं बल्कि अपने आत्मविश्वास को बनाने के लिए आगे बढ़ना चाहिए
Vineet Tripathi
अक्तूबर 22, 2024 AT 09:20 पूर्वाह्नइस तरह की धमकियों से लोग डरते हैं लेकिन असली बात ये है कि हम खुद कितने शांत और समझदार बन पाए हैं।
Dipak Moryani
अक्तूबर 23, 2024 AT 02:37 पूर्वाह्नक्या सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी इसी लिस्ट का हिस्सा थी?
Subham Dubey
अक्तूबर 24, 2024 AT 09:44 पूर्वाह्नये सब एक बड़ी साजिश है। NIA और कनाडा के बीच गुप्त संबंध हैं। बिश्नोई को गिरफ्तार करके खालिस्तानी आंदोलन को दबाने की कोशिश की जा रही है। गोल्डी बराड़ का नाम इसलिए आया है क्योंकि वो अमेरिकी सरकार का एजेंट है।
सलमान खान के घर पर फायरिंग का भी इरादा था कि वो अपने फिल्मी करियर को बंद कर दें। ये सब एक बड़ा राजनीतिक खेल है।
Rajeev Ramesh
अक्तूबर 25, 2024 AT 02:34 पूर्वाह्नइस घटना के संदर्भ में, भारतीय अपराध न्याय प्रणाली की अक्षमता को देखते हुए, निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि आतंकवादी संगठनों के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Vijay Kumar
अक्तूबर 26, 2024 AT 06:15 पूर्वाह्नधमकी देने वाला नहीं, डर गया वो है जो असली हारा।
Abhishek Rathore
अक्तूबर 27, 2024 AT 11:45 पूर्वाह्नक्या हम इतने डर गए हैं कि अब कोई भी कलाकार अपनी आजादी से बात नहीं कर सकता? हमारी संस्कृति में मजाक और आलोचना का एक बड़ा स्थान था।
Rupesh Sharma
अक्तूबर 27, 2024 AT 12:54 अपराह्नहर एक आदमी के पास एक अपना अधिकार होता है कि वो अपने जीवन को कैसे जीए।
अगर कोई बोलता है तो उसका मतलब ये नहीं कि वो गलत है।
अगर कोई शिकार करता है तो उसका मतलब ये नहीं कि वो बुरा है।
हमें अपने दिल से बात करनी चाहिए, न कि दूसरों के डर से।
अगर हम एक दूसरे को समझेंगे तो ये धमकियाँ खुद गायब हो जाएंगी।
Jaya Bras
अक्तूबर 28, 2024 AT 23:06 अपराह्नmunnawar ko target kia? woh toh bas joke krta hai... aur abhi bhi live show kr rha hai? bhai ye kya hai?
Arun Sharma
अक्तूबर 29, 2024 AT 15:16 अपराह्नइस प्रकरण के संदर्भ में, जनता के सामने एक अत्यंत गंभीर सामाजिक चुनौती उपस्थित है, जिसका समाधान न्यायपालिका और शासन के बीच समन्वय के माध्यम से ही संभव है।
Ravi Kant
अक्तूबर 29, 2024 AT 20:03 अपराह्नभारत में जाति के नाम पर हिंसा कभी नहीं होनी चाहिए। शिकार का रिवाज है, लेकिन उसे धमकी के रूप में इस्तेमाल करना बहुत दुखद है।
Harsha kumar Geddada
अक्तूबर 30, 2024 AT 00:15 पूर्वाह्नजब एक आदमी अपनी जाति के नाम पर दूसरों को मारने की योजना बनाता है, तो वो अपनी ही जाति का अपमान कर रहा होता है।
हमारी संस्कृति में शिकार का रिवाज था लेकिन वो एक आध्यात्मिक अनुभव था, एक सम्मान का अभिनय था।
अब वो बस एक बहाना बन गया है जिसके नाम पर लोगों को मारा जा रहा है।
हम अपने अतीत को याद करते हैं लेकिन उसे अपराध का आधार बनाने की जरूरत नहीं।
अगर हम अपने अतीत को अपने भविष्य के लिए बनाना चाहते हैं तो हमें उसे नहीं बल्कि अपने आप को बदलना होगा।
हर आदमी को अपनी जाति का गर्व हो सकता है, लेकिन उसे दूसरों को नीचा दिखाने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
हमें अपने आप को बदलना होगा, न कि दूसरों को बदलना।
हमें अपने आत्मविश्वास को बाहर की धमकियों से नहीं, बल्कि अपने भीतर के शक्ति से बनाना चाहिए।
अगर हम अपने आप को बदल लेंगे तो दुनिया भी बदल जाएगी।
sachin gupta
अक्तूबर 30, 2024 AT 05:24 पूर्वाह्नये सब तो बस एक और बॉलीवुड ड्रामा है। बिश्नोई को रॉबिन हुड बनाने की कोशिश कर रहे हैं। किसी के शिकार का नाम लेकर फिल्मी स्टार्स को टारगेट करना? बहुत बड़ा इन्वेंशन।
Shivakumar Kumar
अक्तूबर 30, 2024 AT 06:09 पूर्वाह्नअगर बिश्नोई के पास इतनी ताकत है तो वो खुद एक बड़ा नेता बन सकता है।
लेकिन वो डर के नाम पर लोगों को डरा रहा है।
हमें अपने आप को बदलना होगा।
हमें अपने आत्मविश्वास को बनाना होगा।
हमें अपने आप को बदलना होगा।
हमें अपने आप को बदलना होगा।
saikiran bandari
अक्तूबर 31, 2024 AT 09:55 पूर्वाह्नलॉरेंस बिश्नोई की हिट लिस्ट में सलमान खान का नाम है ये तो बस एक बहाना है जिसके नाम पर अब बॉलीवुड अपने डर को छुपा रहा है
Laura Balparamar
अक्तूबर 31, 2024 AT 14:36 अपराह्नअगर बिश्नोई को अपनी जाति के लिए लड़ना है तो उसे अपने आप को बदलना चाहिए, न कि दूसरों को डराना।