वायु गुणवत्ता: आपका रोज़ का मार्गदर्शन

क्या आप कभी सोचते हैं कि आज बाहर की हवा कितनी शुद्ध है? हर सुबह जब हम घर से निकलते हैं, हमारे फेफड़े सीधे उस वायुमंडलीय मिश्रण को सांस लेते हैं। अगर वह मिश्रण में धूल, कार्बन मोनोऑक्साइड या अन्य हानिकारक गैसें हों तो हमारी तबीयत पर असर पड़ सकता है। इसलिए वायु गुणवत्ता को समझना और उस पर नजर रखना जरूरी है।

वायु गुणवत्ता क्या है?

वायु गुणवत्ता या एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक संख्यात्मक मान है जो हवा में मौजूद प्रदूषकों की मात्रा को बताता है। भारत में इस स्कोर को 0‑500 के बीच दर्शाया जाता है; जितना कम नंबर, उतनी ही साफ़ हवा। सरकार के सेंसर हर घंटे डेटा भेजते हैं और मोबाइल ऐप या वेबसाइट पर रीयल‑टाइम AQI दिखाते हैं।

मुख्य प्रदूषक में PM2.5 (सूक्ष्म कण), PM10, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डायऑक्साइड और ओज़ोन शामिल होते हैं। अगर आपका AQI 100 से कम है तो हवा आम तौर पर ठीक रहती है। 101‑200 के बीच ‘संतोषजनक’ माना जाता है, लेकिन बुजुर्गों या बच्चों को सावधानी बरतनी चाहिए। 201‑300 ‘असहनीय’ और 301‑500 ‘खतरनाक’ होते हैं जहाँ बाहर निकलना न्यूनतम किया जाना चाहिए।

हवा साफ रखने के आसान उपाय

अब बात करते हैं उन छोटे‑छोटे कदमों की, जो आप रोज़मर्रा में अपना सकते हैं:

  • विंडो खोलें या एयर प्यूरीफ़ायर चलाएँ: घर में हवा का प्रवाह रखें, खासकर रसोई और बाथरूम के बाद।
  • इलेक्ट्रिक वाहन चुनें: यदि आप नई कार खरीद रहे हैं तो पेट्रोल/डिज़ल की बजाय इलेक्ट्रिक मॉडल पर विचार करें। यह सड़क‑पर प्रदूषण घटाता है।
  • पैदल या साइकिल चलाएँ: छोटा सफर हो या काम की दूरी, पैदल जाने से ना सिर्फ फिटनेस बढ़ती है बल्कि कार्बन उत्सर्जन भी कम होता है।
  • पेड़ लगाएँ: हर साल घर के आसपास दो‑तीन पेड़ लगाएँ। पेड़ CO2 को सोखते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे स्थानीय AQI सुधरता है।
  • बर्नर की सही सेटिंग रखें: यदि आप गेस या लिक्विड बर्नर इस्तेमाल करते हैं तो उसका रख‑रखाव समय पर कराएँ; खराब जले हुए ईंधन से धुंआ बढ़ जाता है।

इन छोटे बदलावों को अपनाने से न सिर्फ आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा, बल्कि आपके पड़ोस की हवा भी साफ़ होगी। याद रखें, वायु गुणवत्ता एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं बल्कि सामुदायिक मिशन है।

अगर आप अपने शहर का AQI जानना चाहते हैं तो सरकारी पोर्टल पर airquality.gov.in देखें या मोबाइल ऐप डाउनलोड करें। रोज़ के अपडेट से आपको पता चलेगा कब बाहर जाना सुरक्षित है और कब घर में ही रहना बेहतर रहेगा। इस तरह आप अपनी दैनिक योजनाओं को आसानी से समायोजित कर सकते हैं—जैसे व्यायाम का समय, बच्चों की खेल‑कूद या पिकनिक की तिथियां।

सारांश में, वायु गुणवत्ता सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि आपके जीवन की गुणवत्ता को सीधे प्रभावित करने वाला कारक है। इसे समझें, मॉनिटर करें और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक बनाएँ। साफ़ हवा के लिए छोटे‑छोटे कदम मिलकर बड़ा अंतर लाते हैं।

दिल्ली में प्रदूषण के कारण एयर प्यूरीफायर और मास्क की बिक्री में तेजी

दिल्ली में प्रदूषण के कारण एयर प्यूरीफायर और मास्क की बिक्री में तेजी

19 नव॰ 2024

दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के चलते एयर प्यूरीफायर और मास्क की बिक्री में तेजी आई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक 484 पर पहुंचने के बाद लोग अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए इनकी ओर रुख कर रहे हैं। दुकानदार बढ़ती मांग की रिपोर्ट कर रहे हैं, जिससे एयर प्यूरीफायर अब घरों की अनिवार्यता बन गए हैं। वायु की खराब स्थिति के कारण होने वाले स्वास्थ्य खतरों की चिंता बढ़ रही है।

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