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ताज़ीकिस्तान में हालिया राजनीतिक घटनाएँ
पिछले कुछ हफ़्तों में ताज़ीकिस्तान ने कई बड़े फैसले लिये हैं। सबसे पहले, इंदुस जल संधि के पुनरावलोकन पर दो देशों का तनाव बढ़ा है। भारत‑पाकिस्तान की सीमा से दूर होते हुए भी इस पानी की बात दोनों तरफ़ की सरकारें बहुत गंभीरता से ले रही हैं। ताज़ीकिस्तान ने अपने जल संसाधनों को सुरक्षित रखने के लिए नई नीति बनाई, जिससे आसपास के देशों को भी असर पड़ेगा।
साथ ही, राष्ट्रपति इमरोन बेख्तिएव ने आर्थिक सुधारों का नया पैकेज पेश किया है। इसमें विदेशी निवेश को आसान बनाना और टूरिज़्म को बढ़ावा देना शामिल है। कई यूरोपीय कंपनियों ने पहले से ही इस योजना में रुचि दिखा दी है, जिससे अगले साल रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है।
यात्रा और व्यापार के अवसर
अगर आप ताज़ीकिस्तान घूमने या बिज़नेस करने का सोच रहे हैं, तो कुछ आसान टिप्स मददगार होंगी। सबसे पहले, दुष्कर पासपोर्ट वीज़ा प्रक्रिया अब ऑनलाइन पूरी हो सकती है—सरकार ने इसे तेज़ किया है। राजधानी दुशानबे में नई मेट्रो लाइन खुल रही है, जिससे शहर के अंदर यात्रा बहुत सुविधाजनक होगी।
व्यापारियों को ताज़ीकिस्तान की कृषि उत्पादन पर ध्यान देना चाहिए। यहाँ का आलू और फलों का निर्यात बढ़ रहा है, और सरकारी सबसिडी से किसान बेहतर कीमतें पा रहे हैं। यदि आप अपने प्रोडक्ट्स को इस बाजार में लाना चाहते हैं, तो स्थानीय ट्रेड असोसिएशन से संपर्क करना सबसे पहला कदम होना चाहिए।
अंत में, ताज़ीकिस्तान की सांस्कृतिक धरोहर भी देखना न भूलें। पुरानी सिल्क रोड की याद दिलाने वाले किले और म्यूज़ियम हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इन जगहों पर स्थानीय गाइड से बात करने से आपको इतिहास और आधुनिक विकास दोनों का एक नया दृष्टिकोण मिलेगा।
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21 जून 2024
ताजिकिस्तान की संसद ने सार्वजनिक स्थानों और शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने वाला बिल पास किया है। देश में 98% मुस्लिम आबादी होने के बावजूद, यह कदम इस्लामी प्रथाओं को सीमित करने और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देने के सरकार की मंशा को दर्शाता है। इस कदम ने धार्मिक स्वतंत्रता पर बहस छेड़ दी है।
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