छत्तीसगढ़ में राजनीतिक भूचाल
छत्तीसगढ़ के मुखिया का ताज़ा बयान राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला रहा है। मुख्यमंत्री ने सुनाते हुए कहा कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की मौत के मामले में एक आरोपी कांग्रेस पार्टी का पदाधिकारी है। यह दावा ऐसे समय में आया है जब मुकेश चंद्राकर का शव बिजापुर स्थित एक सेप्टिक टैंक में पाया गया था। पत्रकार की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिवार ने 1 जनवरी को दर्ज कराई थी और उसके कुछ दिनों बाद यह निकाय आपूरित हैरानगी के साथ उजागर हुआ।
भ्रष्टाचार का पर्दाफाश
मुकेश चंद्राकर छत्तीसगढ़ का एक प्रतिष्ठित पत्रकार था, जो सत्यता को उजागर करने के लिए जाना जाता था। अत्यंत भृष्टाचार को उजागर करते हुए उसने हाल ही में ₹120 करोड़ के एक भ्रष्टाचार के मामले की जानकारी दी थी, जिसके बाद उनकी हत्या ने कई प्रश्न खड़े कर दिए। उन्होंने पूरे मामले की विस्तृत जानकारी जनता के सामने लाने का साहस दिखाया था, जो उनके जीवन के लिए खतरा बन गया।
पुलिस की कार्यवाही और राजनीतिक प्रतिक्रिया
पुलिस ने इस हत्याकांड के मामले में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर सहित कई अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक विवादों का दौर भी शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस विषय को लेकर कांग्रेस को घेरते हुए कहा है कि इस क्रूर हत्याकांड में कांग्रेस के लोगों का हाथ है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मामले में दोषियों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने के लिए पूरी छूट दी जाएगी और शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस मामले में जनता और पत्रकारिता समाज दोनों ही न्याय की मांग कर रहे हैं।
जांच और समुदाय की प्रतिक्रिया
इस दु:खद हत्या ने पत्रकारिता समुदाय और समाज के विभिन्न हिस्सों में रोष उत्पन्न किया है। सभी मुकेश चंद्राकर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। स्थानिक लोगों और वरिष्ठ पत्रकारों ने इस विषय पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। वे सरकार से इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं ताकि मुकेश चंद्राकर को न्याय मिल सके।
भविष्य की दिशा
छत्तीसगढ़ सरकार फिलहाल इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई है जो इस घटना के हर पहलू की गहराई से जांच करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जांच निष्पक्ष और तेज होगी ताकि असली दोषियों को जल्द से जल्द कानून की पकड़ में लाया जा सके। यह घटना उन सभी को एक गंभीर संदेश देती है जो सत्यता की तलाश में अपनी जान को दांव पर लगाते हैं।
7 टिप्पणि
saikiran bandari
जनवरी 7, 2025 AT 13:39 अपराह्नये सब बकवास है अभी तक कोई सबूत नहीं आया फिर भी कांग्रेस को निशाना बना रहे हो ये तो बस राजनीति है
Rashmi Naik
जनवरी 7, 2025 AT 16:47 अपराह्नइस मामले में एक्सपोज़र के लिए जो जोखिम उठाया गया वो अद्भुत है... पत्रकारिता की आत्मा को निशाना बनाया जा रहा है और अब ये सब राजनीतिक इंजीनियरिंग में बदल गया है... ये न्याय नहीं बल्कि नियंत्रण है
Ayush Sharma
जनवरी 9, 2025 AT 07:40 पूर्वाह्नमुख्यमंत्री के बयान को गंभीरता से लेना चाहिए। जांच की स्वतंत्रता और पारदर्शिता अत्यंत आवश्यक है। यहाँ कोई भी दल नहीं बच सकता।
charan j
जनवरी 9, 2025 AT 09:28 पूर्वाह्नकांग्रेस वाले ही हैं इसके पीछे बस इतना ही काफी है कोई डिटेल नहीं चाहिए
Kotni Sachin
जनवरी 11, 2025 AT 06:01 पूर्वाह्नमुकेश चंद्राकर के लिए, जिन्होंने सच को उजागर किया, और जिनकी जान इसी लिए गई... यह एक शहीद है। हमें इसे केवल राजनीतिक टूल नहीं बनने देना चाहिए। जांच को बहुत सावधानी से, बिना किसी भी राजनीतिक दबाव के, करना होगा। यह देश की जनता के लिए भी एक परीक्षा है।
Guru s20
जनवरी 11, 2025 AT 10:54 पूर्वाह्नमैं इस बात से सहमत हूँ कि जांच निष्पक्ष होनी चाहिए। अगर कांग्रेस के लोग शामिल हैं तो उन्हें भी सजा मिलनी चाहिए। अगर नहीं हैं तो भी उनका नाम साफ कर देना चाहिए। न्याय के लिए कोई नहीं बच सकता।
Raj Kamal
जनवरी 13, 2025 AT 10:10 पूर्वाह्नमुझे लगता है कि ये मामला बहुत गहरा है... मुकेश ने जो ₹120 करोड़ का भ्रष्टाचार उजागर किया था उसके अंदर शायद कई अन्य लोग शामिल हैं... जिन्होंने उन्हें चुप कराने के लिए ये कदम उठाया... और अब जो भी कांग्रेस के लिए आरोप लगा रहे हैं उन्हें भी याद रखना चाहिए कि जब भी कोई सच को उजागर करता है तो उसके खिलाफ नहीं बल्कि उसके साथ खड़े होना चाहिए... ये सिर्फ एक आरोप नहीं बल्कि एक जागरूकता का प्रश्न है... अगर हम इस तरह की हत्याओं को राजनीति का टूल बना देते हैं तो भविष्य में कोई भी पत्रकार अपनी जान नहीं देगा... और फिर हम सब अंधेरे में रह जाएंगे