टी20 विश्व कप: 'डू इट फॉर द्रविड़' पर अश्विन का तीखा पलटवार
30 जून 2024

टी20 विश्व कप फाइनल: भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच आगामी टी20 विश्व कप फाइनल मैच को लेकर खासी हलचल मची हुई है। यह मैच राहुल द्रविड़ के मुख्य कोच के रूप में आखिरी मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है। इस पर सोशल मीडिया पर 'डू इट फॉर द्रविड़' का कैंपेन चल रहा था। इस पर द्रविड़ ने सोशल मीडिया पर इसे खारिज करते हुए अपने मूल्यों के खिलाफ बताया।

द्रविड़ की प्रतिक्रिया

द्रविड़ ने कहा, “टीम की सफलता किसी एक व्यक्ति पर आधारित नहीं होनी चाहिए। यह एक टीम प्रयास है।” उनकी इस स्पष्टवादिता की तारीफ करते हुए भारत के स्टार ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। अश्विन ने अपने एक्स प्रोफाइल पर लिखा कि वे द्रविड़ को अच्छी तरह से जानते हैं और द्रविड़ का इस तरीके से प्रतिक्रिया देना वास्तव में सराहनीय है।

अश्विन का मैसेज

रविचंद्रन अश्विन ने अपने संदेश में लिखा, “कोई भी टीम खेल में किसी एक व्यक्ति को केंद्रित करना सबसे बुरी बात होती है। यह टीम के स्वस्थ माहौल के लिए हानिकारक हो सकता है।” उन्होंने बताया कि द्रविड़ ने इस सोशल मीडिया के नरेटिव को बेहद शालीनता से खारिज किया, जोकि एक सच्चे खेल भावना का प्रदर्शन है।

भारत की अजेय यात्रा

भारत की अजेय यात्रा

भारत ने टी20 विश्व कप में बेहद शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है। टीम ने अपने ग्रुप स्टेज के सभी मैच ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमों के खिलाफ जीते। सेमीफाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 68 रनों से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।

फाइनल में भारत का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा, जो कि खुद भी इस टूर्नामेंट में अजेय रही है। ऐसे में फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक होने की पूरी संभावना है। राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में टीम इंडिया ने कई शानदार प्रदर्शन किए हैं, हालांकि ICC खिताब की कमी अब भी बनी हुई है।

द्रविड़ का कोचिंग कार्यकाल

राहुल द्रविड़ ने 2021 में रवि शास्त्री की जगह मुख्य कोच का पद संभाला था। उनके कार्यकाल में भारतीय टीम ने कई यादगार जीतें दर्ज की हैं, लेकिन आईसीसी खिताब का सूखा अभी भी खत्म नहीं हो पाया है। द्रविड़ ने अपनी कोचिंग के दौर में टीम के युवाओं को मौका देने और टीम की गहराई बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया है।

टीम का मनोबल

टीम का मनोबल

भारत के शानदार और अजेय प्रदर्शन के बावजूद टीम को इस अहम मौके पर मनोबल बनाए रखना जरूरी है। फाइनल मुकाबले में एक गलती भी भारी पड़ सकती है। टीम इंडिया के खिलाड़ियों को इस समय द्रविड़ की मार्गदर्शन की बेहद जरूरत होगी ताकि वे अंतिम संघर्ष में भी अपनी विजय यात्रा को जारी रख सकें।

द्रविड़ का यह साफ संदेश टीम के लिए प्रेरणा बनेगा कि अपनी सफलता किसी एक व्यक्ति की चाहत पर आधारित न करें, बल्कि टीम के सभी सदस्य मिलकर उसे हासिल करें।

उम्मीदों का भार

इस फाइनल मुकाबले पर सभी भारतीय क्रिकेट फैन्स की नजरें टिकी होंगी। और यह देखना होगा कि क्या भारतीय टीम अपने कोच राहुल द्रविड़ को निश्चित रूप से विजयी विदाई दे पाएगी? क्या द्रविड़ अपने मुख्य कोच के पद से अंतिम समय में एक शानदार जीत के साथ विदा होंगे? सबकी नजरे उसी पर टिकी हैं।