रिलीज तय, रनटाइम नहीं: The Bengal Files पर अभी क्या पक्के संकेत हैं
अगर आप सोशल मीडिया पर The Bengal Files की रनटाइम तुलना Animal या Pushpa 2 से ढूंढ़ रहे हैं, तो जवाब अभी „नहीं“ है। मौजूद अपडेट के मुताबिक फिल्म 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में तय मानी जा रही है और ओपनिंग डे के लिए 2.5–3 करोड़ रुपये की शुरुआती चर्चा चल रही है। लेकिन रनटाइम, कास्ट और प्रमोशनल टाइमलाइन पर आधिकारिक जानकारी जारी नहीं हुई है।
फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री हैं, जिनकी हाल की फिल्मों—The Tashkent Files, The Kashmir Files और The Vaccine War—ने अलग-अलग स्तर पर सुर्खियां बटोरीं। The Kashmir Files छोटे ओपनिंग से उठकर ऑडियंस के वर्ड-ऑफ-माउथ पर लंबी दौड़ लगाने वाला केस स्टडी बन गई थी, जबकि The Vaccine War ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसा असर नहीं दिखाया। यही दोहरापन बताता है कि अग्निहोत्री की फिल्मों का नतीजा बड़े पैमाने पर कंटेंट रिस्पॉन्स पर निर्भर करता है।
5 सितंबर का दिन कैलेंडर में भी दिलचस्प है—यह आमतौर पर एक नियमित वीकेंड के करीब आता है। बड़े त्योहारों से दूर होने के कारण प्रतिस्पर्धा थोड़ी हल्की रह सकती है, जिससे शो-काउंट और स्क्रीन शेयरिंग में मदद मिलती है। अगर कंटेंट जुड़ जाए तो दूसरे-तीसरे दिन ग्रोथ पकड़ना आसान होता है।
जहां तक विषय-वस्तु की बात है, फिल्म के थीम पर निर्माताओं ने औपचारिक तौर पर परदा रखा हुआ है। पिछली फिल्मों की लाइन से देखें तो टोन सोशल-हिस्टोरिकल इन्वेस्टिगेशन, रियल-इवेंट रेफरेंस और बहस पैदा करने वाले मुद्दों की तरफ जा सकती है। यही एप्रोच बॉक्स ऑफिस रिस्क भी है और मौका भी—रिस्क इसलिए कि ध्रुवीकरण कंटेंट को सीमित कर सकता है, मौका इसलिए कि दर्शकों का ध्यान तेजी से खींचता है।
कास्टिंग की घोषणा अभी नहीं हुई। यह फैक्टर ओपनिंग डे पर सीधा असर डालता है। स्टार-ड्रिवन अपील न होने पर फिल्में शुरुआती नंबरों में सीमित रहती हैं, लेकिन अगर चर्चा बन गई तो दूसरे-तीसरे हफ्ते में पकड़ बनाती हैं। The Kashmir Files ने यही पैटर्न दिखाया था—पहले हफ्ते बाद की उछाल ने तस्वीर बदल दी थी।
रनटाइम क्यों महत्वपूर्ण है? इसलिए कि शो-काउंट उसी पर टिका होता है। लंबी फिल्मों में एक स्क्रीन पर दिन में कम शोज लग पाते हैं, जिससे ओपनिंग नंबर दबते हैं। उदाहरण के लिए 2023 की Animal लगभग 201 मिनट की थी—इससे एक मल्टीप्लेक्स स्क्रीन पर शोज की संख्या घट जाती है। इसके उलट 130–150 मिनट के बीच की फिल्में प्राइम टाइम स्लॉट्स में ज्यादा आराम से फिट होती हैं। The Bengal Files की आधिकारिक रनटाइम डिटेल अभी नहीं आई, इसलिए Animal या Pushpa 2 से कोई ठोस तुलना करना जल्दबाजी होगी।
मार्केटिंग टाइमलाइन पर नजर डालें तो टीज़र, ट्रेलर, म्यूजिक और शहर-शहर प्रमोशन तय करेगा कि शुरुआती 2.5–3 करोड़ का अनुमान पार होता है या नहीं। अग्निहोत्री की फिल्मों में डिजिटल बातचीत—डिबेट शो, ट्विटर स्पेस, इंटरव्यू क्लिप्स—अक्सर एंगेजमेंट बढ़ाते हैं। अगर कंटेंट चर्चा लायक हुआ तो कम बजट वाली कैंपेन के साथ भी बेहतर रूपांतरण होता है।

बॉक्स ऑफिस उम्मीदें, रणनीति और वे सवाल जिनके जवाब बाकी हैं
शुरुआती 2.5–3 करोड़ की रेंज एक मिड-स्केल, कंटेंट-ड्रिवन हिंदी फिल्म के लिए यथार्थवादी मानी जा सकती है। यहां से खेल पूरी तरह वर्ड-ऑफ-माउथ का हो जाता है। पॉजिटिव फीडबैक मिला तो विकेंड कर्व ऊपर जाएगा, और नेगेटिव रहा तो सोमवार की गिरावट तेज दिखेगी।
- अब तक क्या पक्का है: 5 सितंबर 2025 की रिलीज विंडो, निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, और शुरुआती दिन का 2.5–3 करोड़ का अनुमान।
- क्या अनाउंस होना बाकी है: रनटाइम, कास्ट, ट्रेलर की तारीख, सर्टिफिकेशन (U/A या A), स्क्रीन काउंट और वितरण रणनीति।
स्क्रीन शेयरिंग भी अहम है। अगर उसी वीकेंड कोई बड़ा स्टार-ड्रिवन हिंदी या पैन-इंडिया टाइटल आ गया, तो शो-काउंट घट सकता है। शुरुआती सितंबर आमतौर पर भीड़भाड़ वाला नहीं होता, पर रिलीज कैलेंडर में अंतिम समय की फेरबदल नई चुनौती खड़ी कर देती है।
जोन-वाइज परफॉर्मेंस की बात करें तो अग्निहोत्री की फिल्मों ने उत्तर और पश्चिम भारत में मजबूत पकड़ दिखाई है। पूर्वी सर्किट—खासकर कोलकाता और आस-पास—में फिल्म का विषय अगर स्थानीय संवेदनाओं से टकराता है या उन्हें जवाब देता है, तो ग्रोथ का अलग पैटर्न बन सकता है। मल्टीप्लेक्स बनाम सिंगल-स्क्रीन में भी फर्क पड़ेगा: बहस-प्रधान ड्रामा आमतौर पर मल्टीप्लेक्स में बेहतर औसत टिकट कीमत (ATP) से लाभ उठाते हैं।
सर्टिफिकेशन का असर अनदेखा नहीं किया जा सकता। A-सर्टिफिकेट होने पर फैमिली फूटफॉल घटता है, लेकिन टार्गेट ऑडियंस स्पष्ट हो जाती है। U/A होने पर शो-बेस बढ़ता है और शेड्यूलिंग आसान होती है। यही वजह है कि रनटाइम के साथ सर्टिफिकेट भी रिलीज से पहले थिएट्रिकल गणित का अहम स्तंभ है।
OTT विंडो भी अब प्लानिंग का हिस्सा है। 6–8 हफ्ते की थिएट्रिकल एक्सक्लूसिविटी आम हो चुकी है, पर परफॉर्मेंस के हिसाब से यह घट-बढ़ सकती है। कमजोर बॉक्स ऑफिस पर फिल्में जल्दी डिजिटल पर शिफ्ट होती हैं, जबकि मजबूत वर्ड-ऑफ-माउथ पर थियेटरों में रुकना फायदेमंद रहता है।
कंटेंट रिस्क-रिवार्ड के बीच पब्लिक डिस्कोर्स भी भूमिका निभाता है। कोर्ट केस, विरोध-समर्थन, फैक्ट-चेक बहस—ये सब टिकट बुकिंग को प्रभावित करते हैं। The Kashmir Files में चर्चा ने सीटें भरीं; The Vaccine War में चर्चा उतनी टिकटों में नहीं बदली। इसलिए The Bengal Files के लिए भी असली कसौटी वही रहेगी: क्या फिल्म थिएटर से बाहर निकलते ही दर्शक अगली कतार को टिकट लेने के लिए राजी कर पाते हैं?
और आखिर में वही मूल सवाल—रनटाइम तुलना। फिलहाल आधिकारिक रनटाइम नहीं आया है, इसलिए Animal या Pushpa 2 के साथ कोई डेटावाला कम्पैरिजन संभव नहीं। जैसे ही रनटाइम, कास्ट और ट्रेलर सामने आएंगे, शो-काउंट, स्क्रीनिंग पैटर्न और ओपनिंग प्रोजेक्शन की तस्वीर साफ होगी। तब तक 5 सितंबर 2025 की तारीख, फिल्म का विवाद-प्रवण जॉनर और 2.5–3 करोड़ का शुरुआती अनुमान ही सबसे ठोस संकेत हैं।