ऑनलाइन सुरक्षा: रोज़मर्रा की डिजिटल ज़िंदगी में कैसे रहें सुरक्षित

आजकल हर काम ऑनलाइन हो रहा है – बैंकिंग, शॉपिंग, सोशल मीडिया. लेकिन जैसे ही हम इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ाते हैं, साइबर खतरों के जोखिम भी साथ आते हैं। अगर आप कुछ आसान कदम अपनाएँ तो फ़िशिंग मेल, हैकिंग और डेटा लीक से बच सकते हैं। चलिए जानते हैं वो उपाय जो तुरंत लागू हो सकें।

फ़िशिंग और स्पैम से बचाव

फ़िशिंग वह ट्रिक है जहाँ धोखेबाज़ आपको नकली ईमेल या मैसेज भेजकर आपका पासवर्ड, कार्ड नंबर या व्यक्तिगत जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। सबसे पहला नियम – कभी भी लिंक पर क्लिक न करें जो अनजान स्रोत से आए हों। अगर मेल में "आपका खाता ब्लॉक हो गया" जैसे अलर्ट दिखे तो पहले आधिकारिक साइट पर लॉग‑इन करके जांचें, ना कि ईमेल के लिंक से।

स्पैम मैसेज अक्सर विज्ञापन या फर्जी ऑफ़र लाते हैं। इन्हें तुरंत डिलीट कर दें और अगर संलग्न फ़ाइल मिले तो खोलने से बचें – वायरस इसी तरह छिपे होते हैं। मोबाइल में भी वही नियम लागू होता है: अनजान नंबरों के कॉल को ना जवाब दें, विशेषकर जब वे आपका बैंक या सरकारी विभाग बताकर व्यक्तिगत डेटा माँगते हों।

पासवर्ड और दो‑स्तरीय सत्यापन

एक मजबूत पासवर्ड सुरक्षा का पहला किला है। शब्द‑संख्या‑विशेष अक्षर मिलाकर 12 से अधिक कैरेक्टर वाला पासवर्ड बनाएँ। वही पासवर्ड कई साइटों पर न रखें; अगर एक खाते में समझौता हो जाता है तो बाकी सब खतरे में पड़ते हैं। पासवर्ड मैनेजर की मदद लें – ये टूल याद रखने की झंझट हटाते हैं और सुरक्षित रूप से सहेजते हैं।

दो‑स्तरीय सत्यापन (2FA) आपके खाते को एक अतिरिक्त परत देता है। लॉग‑इन करने पर आपको फोन या ईमेल में भेजा गया कोड दर्ज करना पड़ता है। अगर कोई आपका पासवर्ड जान भी ले, तो बिना उस कोड के वह अंदर नहीं जा पाएगा। अधिकांश बैंक, सोशल मीडिया और ऑनलाइन शॉपिंग साइटें 2FA ऑफ़र करती हैं; इसे तुरंत एक्टिवेट कर लें।

इन बेसिक उपायों से आप अपने डेटा की सुरक्षा का स्तर काफी बढ़ा सकते हैं। याद रखें, साइबर खतरों से बचाव में निरंतर सतर्क रहना सबसे बड़ी रणनीति है। रोज़मर्रा के छोटे‑छोटे कदम आपके डिजिटल जीवन को सुरक्षित बनाते हैं।

टिकटमास्टर के डेटा ब्रीच की पुष्टि: हैकर शाइनीहंटर्स का हाथ

टिकटमास्टर के डेटा ब्रीच की पुष्टि: हैकर शाइनीहंटर्स का हाथ

1 जून 2024

लाइव नेशन एंटरटेनमेंट, जो टिकटमास्टर की पैरेंट कंपनी है, ने डेटा ब्रीच की जांच शुरू की है। इस ब्रीच का जिम्मेदार हैकिंग समूह शाइनीहंटर्स को माना जा रहा है, जिसने माइक्रोसॉफ्ट और एटी एंड टी जैसी बड़ी कंपनियों को भी निशाना बनाया है। टिकटमास्टर ने 'थर्ड-पार्टी क्लाउड डेटाबेस' में अनधिकृत गतिविधि की पहचान की है। कंपनी के 50 करोड़ से अधिक ग्राहक इस मुद्दे से प्रभावित हो सकते हैं।

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