मृतकों का मुआवजा: कब मिलता है और कैसे दावा करें
जब परिवार में किसी की अचानक मृत्यु हो जाती है तो अक्सर आर्थिक दुविधा पैदा हो जाती है। ऐसे समय में "मृतकों का मुआवजा" नाम की सरकारी या बीमा योजनाएँ मदद के लिए तैयार रहती हैं। यह लेख आपको बताएगा कि कौन‑से मामले में आप मुआवजा पा सकते हैं, किन दस्तावेज़ों की ज़रूरत पड़ेगी और दावा करने की प्रक्रिया क्या है।
मुख्य मुआवजा योजनाएँ
भारत में कई स्कीम्स उपलब्ध हैं – कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) से मृत्यु लाभ, सरकारी पेंशन योजना, जीवन बीमा पॉलिसी, तथा विशेष दुर्घटना राहत फंड। प्रत्येक योजना की राशि और शर्तें अलग‑अलग होती हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप सरकारी नौकरी में हैं तो आपके परिवार को एकमुश्त 10 लाख रुपये या उसके अधिकतम सीमा तक का भुगतान मिल सकता है। निजी सेक्टर में EPF खाते से भी लगभग 2‑3 साल की सैलरी के बराबर राशि उपलब्ध कराई जाती है।
दावा करने की आसान प्रक्रिया
सबसे पहले आपको मृत्यु प्रमाण पत्र चाहिए, जो अस्पताल या नगर निगम से मिल सकता है। उसके बाद योजना के अनुसार फॉर्म भरें – अक्सर यह ऑनलाइन उपलब्ध रहता है। फॉर्म में मृतक का नाम, पहचान संख्या और आपके बैंक विवरण दर्ज करें। साथ ही आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पहचान कार्ड, पैन, एएफपी पासबुक की कॉपी और मृत्यु प्रमाण पत्र अटैच करें।
फॉर्म जमा करने के बाद कुछ हफ्तों में एजेंसी या विभाग आपका केस जांचता है। अगर सब सही मिला तो आपको सीधे आपके बैंक अकाउंट में मुआवजा ट्रांसफ़र हो जाता है। अक्सर पूछे जाने वाले सवालों में यह भी आता है कि किस स्थिति में मुआवजा नहीं मिलता – जैसे अगर मृत्यु स्वैच्छिक नहीं और कानूनी कारण से जुड़ी हो तो कुछ स्कीम्स छूट सकती हैं।
कई बार लोगों को दस्तावेज़ की कमी या प्रक्रिया में देरी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्थानीय पेंशन कार्यालय या बीमा कंपनी के कस्टमर सपोर्ट से संपर्क करें, वे अक्सर फॉर्म रीफ़िल या अतिरिक्त प्रमाण पत्र माँग सकते हैं। याद रखें, सही जानकारी देने से समय पर भुगतान मिलना आसान हो जाता है।
हाल ही में सरकार ने "रिप्रोग्राम्ड मृत्यु लाभ योजना" के तहत अधिकतम 15 लाख रुपये का एकमुश्त भुगतान किया है, जो COVID‑19 जैसी आपदाओं के बाद लागू हुआ था। अगर आपका मामला इस नई स्कीम में फिट बैठता है तो अतिरिक्त मदद मिल सकती है। इसलिए हर अपडेट को फॉलो करना जरूरी है।
समाप्ति पर यह समझें कि मुआवजा सिर्फ पैसे नहीं, बल्कि कठिन समय में परिवार का भरोसा बनाता है। सही दस्तावेज़ तैयार रखें, ऑनलाइन पोर्टल्स पर रजिस्टर्ड रहें और आवश्यक कदम जल्दी उठाएँ – यही सबसे तेज़ रास्ता है मदद पाने का।
16 फ़र॰ 2025
16 फरवरी, 2025 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक भयावह भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 घायल हो गए। दुर्घटना के पीछे ट्रेन की देरी से हुई भीड़भाड़ बताई जा रही है। मृतकों के परिजनों को मुआवजे का एलान किया गया है। सरकार उच्च स्तरीय जांच करा रही है।
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