बच्चों की मौत – क्या है कारण और कैसे बचाएँ?

हर साल भारत में लाखों बच्चे जन्म लेते ही नहीं, बल्कि बहुत से छोटे‑से‑छोटे उम्र में अपनी जान गंवा देते हैं। आप सोचते होंगे क्यों? कई बार यह बीमारी के कारण होता है, कभी दुर्घटना या अनदेखी की वजह से। अगर हम सही जानकारी रखें तो बहुत कुछ बचाया जा सकता है। नीचे हम मुख्य कारणों और आसान उपायों को बताएँगे जो हर परिवार कर सके।

मुख्य कारण क्या हैं?

1. सांस लेने वाली बिमारी – नयी‑नवेली, टाइफॉइड, डेंगू जैसी बीमारियाँ छोटे बच्चों को जल्दी कमजोर कर देती हैं।
2. पोषण की कमी – सही खाना नहीं मिलने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और बच्चा आसानी से बीमार पड़ता है।
3. आकस्मिक चोटें – घर में गिरना, जलना या सड़कों पर वाहन टकराना अक्सर दुखद परिणाम देता है।
4. जन्मजात समस्याएँ – कुछ बच्चे जन्म से ही बीमारियों के शिकार होते हैं और उन्हें विशेष देखभाल चाहिए।

रोकथाम के आसान कदम

टिकाकरण समय पर कराएं – डिप्टी, पोलियो, हेपेटाइटिस आदि टीके बच्चे को कई खतरों से बचाते हैं।
सही पोषण दें – माँ के दूध या पौष्टिक फॉर्मूला, फल‑सब्जी और दालें रोज़ाना खिला कर इम्यूनिटी बढ़ाएँ।
घर को सुरक्षित बनाएं – तेज़ धार वाले बर्तन, बिजली के सॉकेट, खिड़की की जाल आदि से बचाव करें।
स्वच्छता पर ध्यान दें – हाथ धोना, साफ पानी पीना और टॉयलेट सही ढंग से उपयोग करना बहुत ज़रूरी है।

क्या आपने कभी सोचा कि छोटी‑सी सावधानी बड़ी जान बचा सकती है? अगर आपके आस‑पास कोई बच्चा अस्वस्थ दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ, देर न करें। कई बार जल्दी इलाज से जटिलताएं नहीं बढ़तीं और बच्चे का जीवन सुरक्षित रहता है।

हालिया ख़बरों में देखा गया कि कुछ शहरों में बाल मृत्यु दर घट रही है क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने स्कूल‑परिवार सहयोगी कार्यक्रम शुरू किया। इस तरह की पहलें जागरूकता को तेज़ करती हैं और समुदाय में बचपन सुरक्षा का माहौल बनाती हैं। आप भी अपने मोहल्ले में ऐसी ही कैंपेन शुरू कर सकते हैं – बस शुरुआत करने का साहस रखें।

यदि आपके पास कोई व्यक्तिगत अनुभव या सुझाव है तो नीचे कमेंट सेक्शन में लिखें। साथ‑में बात करने से हम सभी को सीखने का मौका मिलता है और भविष्य के माता‑पिता बेहतर निर्णय ले पाते हैं। याद रखिए, हर बचा हुआ बच्चा हमारे समाज की प्रगति का प्रतीक है।

गुजरात में चंदिपुरा वायरस से 6 बच्चों की मौत, जानें कैसे फैलता है यह खतरनाक वायरस

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16 जुल॰ 2024

गुजरात में संदिग्ध चंदिपुरा वायरस संक्रमण के कारण छह बच्चों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि चंदिपुरा वायरस के 12 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में अरावली, साबरकांठा, महिसागर और खेड़ा शामिल हैं। नमूने परीक्षण के लिए पुणे भेजे गए हैं। राज्य स्वाथ्य विभाग ने सतर्कता बरतते हुए प्रभावित क्षेत्रों में छिड़काव और स्क्रीनिंग की है।

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