बीएसई सेंसेक्स ने 3 जुलाई, 2024 को पहली बार 80,000 अंक के ऐतिहासिक स्तर को छू लिया, जो भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में दर्ज हो गया है। यह नई ऊंचाई एचडीएफसी बैंक के शेयरों में मजबूत रैली के कारण हासिल की गई। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि इसकी गति अभी भी जारी रह सकती है और निवेशकों को इसे दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ देखना चाहिए।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के इक्विटी डायरेक्टर क्रांति बथिनी ने एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) और फार्मास्यूटिकल्स को वर्तमान स्तरों पर आकर्षक निवेश माना है। उनके अनुसार, इन सेक्टरों में पिछले कुछ महीनों की तुलना में आगे और उछाल आने की क्षमता है। अमबरीश बलीगा, जो स्वतंत्र बाजार विश्लेषक हैं, ने भी बैंकों और FMCG सेक्टर में निवेश की सलाह दी है।
सेक्टरल प्रदर्शन
अब तक के कैलेंडर वर्ष 2024 में बीएसई बैंकएक्स ने 9 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है, जबकि बीएसई FMCG इंडेक्स 6 प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा, बेंचमार्क इंडेक्स अब तक 10 प्रतिशत जोड़ चुका है। वर्तमान में सेंसेक्स इंडेक्स का ट्रेलिंग मूल्य-से-आय (P/E) अनुपात 24.2x पर है, जो आरामदायक जोन में है।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने इक्विटी से निवेश का कम से कम 50 प्रतिशत बड़े-कैप स्टॉक्स में निवेश करें। इसके साथ ही, महिंद्रा और महिंद्रा (M&M), पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, अदानी पोर्ट्स और SEZ, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और NTPC ने इस रैली में सबसे आगे रहते हुए 30 प्रतिशत से 72 प्रतिशत तक की वृद्धि हासिल की है।
निवेशक किस पर करें ध्यान
अमबरीश बलीगा के अनुसार, एचयूएल, आईटीसी, डाबर और ज्योथी लैब्स जैसे स्टॉक्स उपभोग क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं और इनके प्रदर्शन पर ध्यान देना चाहिए। बैंकिंग क्षेत्र से एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की सिफारिश की जाती है, जिनमें आगे की वृद्धि की संभावनाएं हैं।
बीएसई के लार्ज-कैप स्टॉक्स में निवेश जारी रखने के साथ-साथ, चयनित मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक्स में भी निवेश किया जा सकता है ताकि निवेश का स्तर और जोखिम को संतुलित रखा जा सके।
अन्य प्रमुख कंपनियों की स्थिति
महात्मा माइकोन इंस्टिट्यूट के विश्लेषक रवि वर्मा ने भी अपने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अडानी पावर, भारती एयरटेल, और टाटा मोटर्स जैसे बड़े स्टॉक्स पर अपनी नजर बनाए रखें, जो जारी रैली में आगे भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। दूसरी तरफ, एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, टाइटन कंपनी, इंडुसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस और नेस्ले इंडिया जैसे स्टॉक्स ने अब तक नकारात्मक प्रदर्शन किया है।
सारांश के रूप में, भारतीय शेयर बाजार के इस उछाल को दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ देखना चाहिए और सावधानीपूर्वक चयनित स्टॉक्स में निवेश करना चाहिए। बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, लेकिन सही रणनीति से निवेशक अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।