शारदा सिन्हा की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर
लोकप्रिय और सम्मानित गायिका शारदा सिन्हा, जिन्होंने अपने संगीत से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में खास पहचान बनाई है, वर्तमान में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें 'हम आपके हैं कौन' फिल्म में गाए गए गीत के लिए विशेष रूप से याद किया जाता है। बिहार और खासतौर पर भोजपुरी संगीत के क्षेत्र में शारदा सिन्हा को 'बिहार कोकिला' के नाम से सम्बोधित किया जाता है। उनके इस आलोचक स्थिति के कारण उनके परिवार और सभी प्रशंसक चिंतित हैं।
फैंस से विशेष प्रार्थनाओं की अपील
शारदा सिन्हा के पुत्र, अंशुमान सिन्हा, ने एक मार्मिक अपील की है जिसमें उन्होंने छठ पूजा के दौरान अपनी मां के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया है। इस विशेष अवसर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व होने के कारण परिवार को उम्मीद है कि सबकी सामूहिक प्रार्थनाएं शारदा जी के बेहतर स्वास्थ्य में सहायक होंगी। छठ पूजा, जो सूर्य देवता और छठी मैया की उपासना का पर्व है, में आस्था रखने वाले इसे एक अच्छे अवसर के रूप में देखते हैं जब सामूहिक प्रार्थना का अद्वितीय असर होता है।
प्रधानमंत्री का समर्थन और चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शारदा सिन्हा के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए उनके बेटे अंशुमान से संपर्क किया। प्रधानमंत्री ने अपने समर्थन का भरोसा दिया और समर्पित उपचार के लिए सभी संभव मदद का आश्वासन दिया है। अंशुमान ने प्रधानमंत्री के इस संवेदनशील कदम के लिए धन्यवाद जताया और उम्मीद जताई कि उनके समर्थन और प्रशंसकों की दुआओं से शारदा सिन्हा जल्द स्वस्थ हो जाएंगी।
बिहार कोकिला की लोकसंगीत में भूमिका
शारदा सिन्हा का नाम भोजपुरी संगीत प्रेमियों के लिए एक बड़ा नाम है। उनकी गायन शैली में बिहार और भोजपुरी संस्कृति की सुगंध समाई है, जिसने उन्हें विश्व स्तर पर लोकप्रियता दिलाई है। उनके संगीत ने उत्सवों और पारंपरिक समारोहों में एक खास जगह बनाई है। उनकी आवाज का जादू सुनकर लोगों के दिलों में बस गया। उनके गाए गीतों ने न केवल राष्ट्रीय, बल्कि विदेशी मंचों पर भी खूब सराहा गया।
शारदा सिन्हा की तबियत को लेकर हो रही यह चिंता संगीत जगत के लिए एक स्तब्ध कर देने वाली खबर है। उनके स्वस्थ होने की दिशा में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। परिवार और प्रियजन उनकी पूर्ण सलामती की कामना कर रहे हैं। सभी प्रार्थनाओं में बड़े विश्वास के साथ उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
9 टिप्पणि
charan j
नवंबर 6, 2024 AT 01:59 पूर्वाह्नबस यही कहना है कि अब तक का सबसे बेकार फिल्म गाना था वो हम आपके हैं कौन। बस इतना ही।
Kotni Sachin
नवंबर 6, 2024 AT 22:50 अपराह्नमैं इस खबर को सुनकर बहुत दुखी हुआ हूँ। शारदा सिन्हा जी की आवाज़ ने मेरे बचपन के हर उत्सव, हर शादी, हर छठ की पूजा को अनोखा मतलब दिया है। उनकी गायन शैली में भोजपुरी संस्कृति का जीवन है, और वो आज भी हम सबके दिलों में बसी है। आप सभी की दुआएँ, आपकी यादें, आपका प्यार-ये सब उनके लिए जिंदगी का एक अद्भुत उपहार है। शारदा जी, जल्दी से ठीक हो जाइए।
Guru s20
नवंबर 7, 2024 AT 20:27 अपराह्नमैं तो बिहार से हूँ, और शारदा सिन्हा जी के बिना छठ की पूजा अधूरी है। उनके गीत सुनकर बहुत लोगों को अपनी जड़ों का एहसास होता है। ये बस एक गायिका नहीं, ये तो एक सांस्कृतिक स्मृति हैं। सब मिलकर दुआ करें।
Raj Kamal
नवंबर 8, 2024 AT 20:02 अपराह्नअगर हम देखें तो शारदा सिन्हा के गीतों में एक अलग तरह की भावनात्मक गहराई है जो आधुनिक संगीत में खो गई है, और ये बहुत ज्यादा अहम है क्योंकि आज के युवा लोग जो भी सुन रहे हैं वो बहुत ज्यादा सुनने में आसान और बहुत कम अर्थपूर्ण हैं, और शारदा जी के गाने तो बस एक आवाज़ नहीं बल्कि एक अनुभव हैं, और अगर उनकी आवाज़ अब चुप हो गई तो हमारे लिए एक बहुत बड़ा खालीपन हो जाएगा, और मुझे लगता है कि इस तरह की आवाज़ों को संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी है, और इसलिए मैं भी छठ पर दुआ करूंगा कि वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।
Rahul Raipurkar
नवंबर 10, 2024 AT 14:26 अपराह्नदुआएं तो बहुत अच्छी बात हैं, लेकिन चिकित्सा तकनीक का विकास इतना आगे बढ़ चुका है कि आध्यात्मिक विश्वास के साथ वैज्ञानिक उपचार का समन्वय होना चाहिए। शारदा सिन्हा के लिए एम्स की टीम अच्छी है, और वहाँ का अनुभव अद्वितीय है। दुआ अच्छी है, लेकिन वैज्ञानिक अनुसंधान भी अहम है।
PK Bhardwaj
नवंबर 12, 2024 AT 04:22 पूर्वाह्नशारदा सिन्हा के गाने ने भोजपुरी भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर लाया है। ये केवल एक गायिका नहीं, ये एक सांस्कृतिक एक्सपोज़र हैं। उनकी आवाज़ ने एक विस्तारित लोकसंगीत परिवार को एकजुट किया है। इस दुखद समय में, उनके संगीत का उपयोग अस्पताल में प्लेबैक किया जाए तो शायद उनके लिए एक भावनात्मक लिंक बन सकता है।
Soumita Banerjee
नवंबर 12, 2024 AT 17:41 अपराह्नछठ पूजा के लिए दुआ? बस एक रिटोरिकल ट्रिक है। असली समस्या ये है कि इंडस्ट्री में कोई भी बुजुर्ग कलाकार को सुरक्षित नहीं करता। अगर ये कोई बॉलीवुड स्टार होता तो इतनी जोरदार कवरेज होती।
Navneet Raj
नवंबर 14, 2024 AT 10:55 पूर्वाह्नमैं एक बिहारी हूँ और शारदा सिन्हा जी के गाने मेरे घर में हमेशा बजते रहे। उनकी आवाज़ में एक ऐसी गहराई है जो आज के ट्रैक्स में नहीं मिलती। मैं आप सभी के साथ जुड़कर दुआ करता हूँ कि वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। उनकी आवाज़ हमारी जड़ें हैं।
Neel Shah
नवंबर 15, 2024 AT 04:09 पूर्वाह्नछठ पूजा के लिए दुआ? 😔🙏 बस ये तो है जब कोई डॉक्टर नहीं बचा पा रहा... अगर ये लोग इतने आध्यात्मिक हैं तो फिर बच्चों को टीका क्यों नहीं लगवाते? 🤷♀️ #परंपरावाद #विज्ञानकोभूलगए