विंबलडन 2024 से हटे एलेक्स डी मिनौर: हिप इंजरी ने खत्म किया सफर
ऑस्ट्रेलियाई टेनिस जगत में एक बड़ा झटका तब लगा जब टेनिस खिलाड़ी एलेक्स डी मिनौर ने हिप इंजरी के कारण विंबलडन 2024 से अपना नाम वापस ले लिया। वर्तमान में विश्व में नौवें स्थान पर काबिज डी मिनौर का सामना क्वार्टरफाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच से होना तय था। लेकिन दुर्भाग्यवश, डी मिनौर को यह महत्वपूर्ण मुकाबला छोड़ना पड़ा।
इंजरी का कारण और तेज़ दर्द
डी मिनौर की यह परेशानी उनके राउंड ऑफ 16 मैच के दौरान शुरू हुई, जहां उनका मुकाबला फ्रांस के आर्थर फिल्स से था। तीन अंतिम बिंदुओं के दौरान डी मिनौर को अपने हिप में अचानक एक तेज़ दर्द महसूस हुआ, जिसे उन्होंने एक “तेज दर्द” के रूप में वर्णित किया। मैच के बाद स्कैन कराने पर पुष्टि हुई कि उनकी हिप में गंभीर चोट लगी है। डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी कि यदि वह फौरन आराम नहीं करेंगे, तो उनकी रिकवरी तीन से छह सप्ताह के बजाय चार महीने तक खिंच सकती है।
नोवाक जोकोविच को मिला फायदा
डी मिनौर के हटने से नोवाक जोकोविच को सीधे सेमीफाइनल में प्रवेश मिल गया है। इसे जीतकर जोकोविच ने रोजर फेडरर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है, जिसमें फेडरर ने ओपन एरा में 13 बार पुरुष सिंगल्स सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
ओलंपिक में भी भागीदारी पर संशय
डी मिनौर की यह इंजरी उन्हें केवल विंबलडन से ही नहीं बल्कि पेरिस 2024 ओलंपिक में भी भाग लेने पर शक डालती है। उन्होंने ओलंपिक में ऑस्ट्रेलियाई टेनिस दल में शामिल होकर सिंगल्स और डबल्स दोनों में खेलने के लिए चुने गए थे, जहां उनके साथी खिलाड़ी एलेक्सी पोपिरिन हैं।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का प्रदर्शन
विंबलडन 2024 में कुल 14 ऑस्ट्रेलियाई टेनिस खिलाड़ी पुरुषों और महिलाओं के सिंगल्स प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे थे। लेकिन उनमें से केवल डी मिनौर ही तीसरे दौर से आगे बढ़ पाए थे। अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों जैसे जेम्स डकवर्थ, रिंकी हिजिकाटा, क्रिस ओ'कॉनल, मैक्स पर्सेल, और एलेक्स बोल्ट शुरुआती राउंड्स में ही बाहर हो गए थे।
डी मिनौर की भविष्य की योजनाएँ
हालांकि, डी मिनौर ने अपने करियर को लेकर विशेष रूप से हिम्मत नहीं हारी है। उन्होंने हाल ही में हासिल की गई कुछ प्रमुख उपलब्धियों को अपने उत्साह का स्रोत बताया है। पिछले महीने ही उन्होंने 's-हर्टोगेनबॉश में एटीपी ग्रास-कॉर्ट खिताब जीता था और जून में फ्रेंच ओपन में क्वार्टरफाइनल में पहुँचे थे। उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बात की और बताया कि किस तरह से वे अपनी वर्तमान स्थिति से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।
13 टिप्पणि
Himanshu Tyagi
जुलाई 11, 2024 AT 20:20 अपराह्नएलेक्स डी मिनौर की हिप इंजरी बहुत दुखद है। वो इतनी अच्छी फॉर्म में थे, फ्रेंच ओपन में क्वार्टरफाइनल तक पहुँचे थे, स्टॉकहोम में भी जीत दर्ज की थी। ग्रास कोर्ट पर उनकी गति और स्ट्रोक्स देखना असली मजा था। अब रिकवरी के लिए धैर्य रखना होगा, वरना चार महीने का रिकवरी टाइम उनके करियर को बर्बाद कर सकता है।
Shailendra Soni
जुलाई 12, 2024 AT 00:23 पूर्वाह्नअरे भाई, ये तो बहुत बड़ी बात है। एक ऐसा खिलाड़ी जिसका नाम विंबलडन के लिए टॉप 10 में था, अचानक निकल गया। ये इंजरी तो बस एक चोट नहीं, बल्कि उसके सपनों का टुकड़ा है।
Sujit Ghosh
जुलाई 13, 2024 AT 00:08 पूर्वाह्नअरे ये ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हमेशा इंजरी के नाम पर बाहर निकल जाते हैं। भारत के खिलाड़ी तो बीमारी में भी खेल देते हैं। ये लोग तो अपनी बीमारी को भी बड़ी बात बना लेते हैं।
sandhya jain
जुलाई 14, 2024 AT 17:07 अपराह्नइंजरी सिर्फ शरीर की नहीं होती, ये मन की भी होती है। डी मिनौर के लिए ये उसकी अपनी उम्मीदों का टूटना है, उसके बचपन के सपनों का टूटना है। जब तुम छह साल के होते हो और विंबलडन के ग्रास कोर्ट पर खेलने का सपना देखते हो, तो ये एक बड़ी चोट होती है। उसकी रिकवरी सिर्फ फिजिकल नहीं, इमोशनल भी होनी चाहिए। और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो अपनी पहचान को खेल से बाहर भी ढूंढ सके।
Anupam Sood
जुलाई 16, 2024 AT 03:08 पूर्वाह्नअरे यार ये तो बस बेवकूफी है 😩 एक हिप चोट से इतना डर गए? जोकोविच तो 37 साल का है और फिर भी लड़ रहा है। डी मिनौर को तो अब टेनिस छोड़ देना चाहिए 🤷♂️
Shriya Prasad
जुलाई 16, 2024 AT 20:46 अपराह्नजोकोविच को फायदा हुआ, लेकिन डी मिनौर की जगह खाली दिख रही है।
Balaji T
जुलाई 17, 2024 AT 02:44 पूर्वाह्नयह घटना टेनिस जगत के व्यावहारिक और व्यापारिक आयामों को उजागर करती है। एक खिलाड़ी की उपस्थिति टूर्नामेंट के वित्तीय सफलता का आधार है। डी मिनौर के अनुपस्थिति से स्पॉन्सरशिप और टिकट बिक्री में अनिश्चितता उत्पन्न हो रही है।
Nishu Sharma
जुलाई 18, 2024 AT 13:32 अपराह्नमुझे लगता है कि डी मिनौर के ट्रेनर्स ने उनकी ट्रेनिंग बहुत ज्यादा इंटेंसिटी पर फोकस किया था। ग्रास कोर्ट पर ज्यादा रनिंग और अचानक स्टॉप्स के कारण हिप पर बहुत तनाव पड़ता है। अगर उन्होंने कुछ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और प्रिन्सिपल्स ऑफ रिकवरी पर ज्यादा ध्यान दिया होता तो शायद ये इंजरी नहीं होती। ये बहुत जरूरी है कि युवा खिलाड़ी इस बारे में सीखें।
Shraddha Tomar
जुलाई 18, 2024 AT 20:45 अपराह्नये तो बस एक टेनिस मैच नहीं बल्कि एक लाइफ लेस्सन है। हम सब अपने जीवन में अचानक चीजें खो देते हैं, लेकिन असली जीत तो वो है जब तुम गिरो और फिर उठो। डी मिनौर का नाम अभी भी टूर्नामेंट में है, बस वो अब अलग तरह से खेल रहे हैं। ओलंपिक तो अभी बाकी है, और उनका दिल अभी भी लड़ रहा है 💪❤️
Priya Kanodia
जुलाई 19, 2024 AT 01:37 पूर्वाह्नये सब बहुत अजीब है... क्या ये विंबलडन के लिए एक बड़ा प्लान था? क्या डी मिनौर को जानबूझकर हटाया गया ताकि जोकोविच को आसानी से फाइनल तक पहुंचने में मदद मिले? ये तो बहुत बड़ी कंस्पिरेसी है... और फिर ये स्कैन भी... क्या वो असली थे? 🤔👁️
Darshan kumawat
जुलाई 20, 2024 AT 12:57 अपराह्नडी मिनौर की इंजरी ने जोकोविच को फायदा दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टेनिस तो पूरी तरह बर्बाद हो गया।
Manjit Kaur
जुलाई 22, 2024 AT 10:46 पूर्वाह्नये खिलाड़ी तो बस नाम बनाने के लिए खेलते हैं। असली खिलाड़ी तो दर्द में भी खेलते हैं। जोकोविच ने दिखाया कि असली जीत कैसे होती है।
yashwanth raju
जुलाई 23, 2024 AT 03:21 पूर्वाह्नहाहाहा ये तो बस एक ट्रेडमिल इंजरी थी। अगर वो अपने ग्रास कोर्ट वाले शूज़ नहीं बदलते तो ऐसा ही होता। टेनिस में शूज़ बहुत जरूरी होते हैं।