बोर्ड परीक्षाओं के लिए अब छात्रों के पास समय है — बहुत समय। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 30 अक्टूबर, 2025 को कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं का अंतिम शेड्यूल जारी कर दिया, जो परीक्षाओं की शुरुआत से 109 दिन पहले की घोषणा है। यह पहली बार है जब CBSE ने इतनी जल्दी अंतिम शेड्यूल जारी किया है। पहली परीक्षा 17 फरवरी, 2026 को होगी — गणित (बेसिक और स्टैंडर्ड) की। छात्रों को अब तैयारी के लिए लगभग चार महीने का समय मिल गया है। ये बदलाव सिर्फ शेड्यूल नहीं, बल्कि शिक्षा प्रणाली के एक बड़े बदलाव का संकेत है।
परीक्षा शेड्यूल का विवरण: क्या बदला, क्या नहीं
कक्षा 10 की परीक्षाएं 17 फरवरी से 10 मार्च, 2026 तक चलेंगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएं 17 फरवरी से 9 अप्रैल, 2026 तक जारी रहेंगी। शुरुआत दोनों कक्षाओं के लिए एक ही दिन और एक ही समय — 10:30 बजे — से होगी। ये तारीखें पहले के अनुमानित शेड्यूल (24 सितंबर, 2025) से थोड़ी बदली हैं। कक्षा 10 के लिए अंतिम दिन एक दिन आगे बढ़ा दिया गया है — अब 10 मार्च है, न कि 9 मार्च। इसका कारण? स्कूलों ने उम्मीदवारों की सूची (List of Candidates) जल्दी भेज दी। इससे CBSE को शेड्यूल बनाने में जगह मिली।
कुछ विशेष विषयों की तारीखें भी घोषित हुई हैं। उदाहरण के लिए, ब्यूटी एंड वेलनेस (कोड 407) और मार्केटिंग एंड सेल्स (कोड 412) की परीक्षा 20 फरवरी, 2026 को शुक्रवार को 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगी। प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट 1 जनवरी, 2026 से शुरू हो जाएंगे, हालांकि इनकी विस्तृत तारीखें अभी जारी नहीं हुई हैं।
क्यों ये बदलाव बड़ा है?
पिछले सालों में CBSE अक्सर परीक्षाओं से केवल 60-70 दिन पहले शेड्यूल जारी करता था। छात्र और अभिभावक तब तक बेचैन रहते थे कि कब शुरू होगी परीक्षा। अब ये निर्णय बदल गया है। इसका कारण है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) का एक अहम प्रावधान — कक्षा 10 के लिए अब दो बोर्ड परीक्षाएं होंगी। एक अर्धवार्षिक और एक वार्षिक। इसका मतलब है कि बोर्ड को अब अधिक समय चाहिए था — शेड्यूल बनाने, स्कूलों को निर्देश देने, और लॉजिस्टिक्स तैयार करने के लिए।
यह बदलाव छात्रों के लिए लाभदायक है। एक बड़ी परीक्षा के बजाय दो छोटी परीक्षाएं तनाव कम करेंगी। अभिभावकों को भी अब जल्दी से तैयारी कराने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन यह बदलाव स्कूलों के लिए चुनौती भी है। अब उन्हें दो बार परीक्षा आयोजित करनी होगी — और दोनों के लिए अलग-अलग व्यवस्था करनी होगी।
कितने छात्र परीक्षा देंगे?
लगभग 3.5 करोड़ छात्र कक्षा 10 की और 1.8 करोड़ छात्र कक्षा 12 की परीक्षा देने की उम्मीद है। यानी कुल 5.3 करोड़ छात्र। ये आंकड़े पिछले सालों के रजिस्ट्रेशन डेटा पर आधारित हैं। CBSE के 21,000 से अधिक स्कूल भारत में और 25 विदेशी देशों में जुड़े हुए हैं। ये एक ऐसा विशाल नेटवर्क है जिसका संचालन करना एक अद्भुत कार्य है।
शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार, आईएएस ने कहा है कि यह शेड्यूल नीति के अनुसार बनाया गया है। निधि चिब्बर, CBSE की अध्यक्ष, ने भी एक बयान में कहा कि "हम छात्रों के लिए एक अधिक स्थिर और भरोसेमंद प्रणाली बनाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं।"
क्या करें छात्र अब?
छात्रों को अपने स्कूल से पुष्टि करनी चाहिए कि उनकी परीक्षा कब होगी। क्योंकि CBSE ने स्कूलों को अपनी सुविधा के अनुसार दिन चुनने की अनुमति दी है। यानी एक ही विषय की परीक्षा अलग-अलग स्कूलों में अलग-अलग दिन हो सकती है। इसलिए अपने स्कूल की वेबसाइट या नोटिस बोर्ड पर नजर रखें।
ऑफिशियल शेड्यूल cbse.gov.in और cbseacademic.nic.in पर उपलब्ध है। लेकिन कुछ साइट्स — जैसे Vedantu — ने गलत तारीख (15 फरवरी) दी है। याद रखें: सिर्फ CBSE की वेबसाइट ही विश्वसनीय है।
परिणाम कब आएंगे?
पिछले सालों के अनुसार, कक्षा 10 के परिणाम मई में और कक्षा 12 के परिणाम जुलाई में आते हैं। 2026 के लिए अभी तक कोई आधिकारिक तारीख नहीं जारी की गई है। लेकिन अगर शेड्यूल इतनी जल्दी जारी हो गया, तो संभव है कि परिणाम भी पहले से आ जाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कक्षा 10 के लिए दो बोर्ड परीक्षाएं क्यों लगाई जा रही हैं?
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, छात्रों को एक बड़ी दबाव वाली परीक्षा के बजाय दो छोटी परीक्षाओं के माध्यम से अपनी प्रगति का आकलन करने का अवसर दिया जा रहा है। इससे तनाव कम होगा, और छात्र अपनी कमजोरियों को बार-बार सुधार सकेंगे। यह शिक्षा को अधिक निरंतर और व्यावहारिक बनाने का एक रास्ता है।
क्या प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी इसी शेड्यूल के अनुसार होंगी?
नहीं। प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट 1 जनवरी, 2026 से शुरू हो जाएंगे, लेकिन उनकी विस्तृत तारीखें स्कूलों को अलग से बताई जाएंगी। ये परीक्षाएं बोर्ड द्वारा निर्धारित नहीं होतीं, बल्कि स्कूल के अध्यापकों द्वारा आयोजित की जाती हैं। छात्रों को अपने स्कूल के निर्देशों का पालन करना होगा।
क्या शेड्यूल अभी भी बदल सकता है?
सिर्फ अगर कोई अनिवार्य परिस्थिति बन जाए — जैसे बड़ी आपदा, राष्ट्रीय आपातकाल या किसी बड़े चुनाव के कारण सुरक्षा चिंता। CBSE ने स्पष्ट किया है कि यह शेड्यूल अंतिम है। कोई अनुमानित शेड्यूल नहीं, बल्कि अंतिम शेड्यूल है। छात्रों को इसे अपनी तैयारी का आधार बनाना चाहिए।
क्या विदेशी स्कूलों में भी यही शेड्यूल लागू होगा?
हाँ। CBSE के 210 विदेशी स्कूल भी इसी शेड्यूल का पालन करेंगे। हालांकि, स्थानीय अवकाश या जलवायु स्थितियों के कारण कुछ देशों में परीक्षा की तारीखें थोड़ी अलग हो सकती हैं। ऐसे मामलों में CBSE अलग से निर्देश जारी करेगा। विदेशी छात्रों को अपने स्कूल से सीधे संपर्क करना चाहिए।
क्या कक्षा 12 के लिए भी दो परीक्षाएं होंगी?
नहीं। अभी केवल कक्षा 10 के लिए दो परीक्षाएं लागू हो रही हैं। कक्षा 12 के लिए वर्तमान में एक वार्षिक परीक्षा ही जारी है। लेकिन भविष्य में NEP के अनुसार, कक्षा 12 के लिए भी दो परीक्षाओं की संभावना है — जिसकी घोषणा अगले वर्ष हो सकती है।
परिणाम कब आएंगे? क्या वे भी पहले आएंगे?
अभी तक कोई आधिकारिक तारीख नहीं है, लेकिन अगर परीक्षाएं पहले खत्म हो जाएंगी, तो परिणाम भी संभवतः पहले आएंगे। पिछले वर्ष कक्षा 10 के परिणाम 15 मई को आए थे, और कक्षा 12 के 5 जुलाई को। इस बार अगर परीक्षाएं 9 अप्रैल तक खत्म हो जाएं, तो कक्षा 12 के परिणाम जून के अंत तक आ सकते हैं।
