Axis Bank के शेयरों में 7% की गिरावट, कई ब्रोकरेज ने लक्ष्य कीमत घटाई
26 जुलाई 2024

Axis Bank के शेयरों में भारी गिरावट

Axis Bank के शेयरों में हाल ही में भारी गिरावट दर्ज की गई है। NSE पर बैंक के शेयर करीब 7% गिरकर ₹1,150.50 पर आ गए। यह गिरावट बैंक के जून तिमाही के नतीजों के बाद आई है, जो निवेशकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। बैंक ने 5.66% की बढ़ोतरी के साथ ₹6,436 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया था, लेकिन इसके बावजूद शेयरों में गिरावट देखने को मिली।

ग्रोस एनपीए में बढ़ोतरी

बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात तिमाही आधार पर बढ़ गया। यही एक महत्वपूर्ण कारण था जिसने निवेशकों को चिंतित किया। बैंक के प्रबंधन ने इसे मुख्यतः खुदरा कृषि व्यवसाय में मौसमीता के कारण बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि वसूली की धीमी गति के कारण क्रेडिट लागत और बढ़ सकती है।

ब्रोकरेज की प्रतिक्रिया

कई प्रमुख ब्रोकरेज ने Axis Bank के शेयर पर अपनी सिफारिशों को संशोधित किया है। Citi ने इसे 'न्यूट्रल' रेटिंग दी और लक्ष्य कीमत को ₹1,370 से घटाकर ₹1,320 कर दिया। वहीं, Nuvama Institutional Equities ने 'बाय' कॉल को बरकरार रखा लेकिन लक्ष्य कीमत को ₹1,500 से घटाकर ₹1,430 कर दिया। अन्य ब्रोकरेज जैसे Prabhudas Lilladher और Motilal Oswal ने भी लक्ष्य कीमत पर संशोधन किया है।

आशंकाओं की वजह

बैंक की संपत्ति गुणवत्ता और क्रेडिट लागत के मुद्दे निवेशकों में नकारात्मक भावना पैदा कर रहे हैं। अधिकतर विशेषज्ञों का मानना है कि बैंक की एनपीए में वृद्धि और वसूली की धीमी गति से आने वाले समय में और चुनौतियां आ सकती हैं।

अतः, निवेशकों को इस समय सावधानीपूर्वक विचार करने की जरूरत है। बैंक के प्रबंधन ने आश्वस्त किया है कि वे मौसमी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं और आने वाले तिमाहियों में निवेशकों का भरोसा वापस जीतने की कोशिश करेंगे।

इन सबके बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बैंक आने वाली तिमाहियों में अपनी परिसंपत्तियों की गुणवत्ता और क्रेडिट लागत को कैसे नियंत्रित कर पाता है। निवेशकों और विश्लेषकों की नजर अब बैंक के अगले तिमाही नतीजों पर होगी।

कुल मिलाकर, Axis Bank के शेयरों में हाल की गिरावट और विभिन्न ब्रोकरेज की प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि बैंक को अपनी संपत्तियों की गुणवत्ता और वसूली प्रक्रिया में सुधार करने की जरूरत है। निवेशकों को उम्मीद है कि बैंक इन चुनौतियों से जल्द निपटेगा और उनकी उम्मीदों पर खरा उतर सकेगा।