इतिहास और आँकड़े: कब और कैसे बने कब्रिस्तान?
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच T20I की कुल 25 टकरावों में पाकिस्तान ने 20 जीतें हासिल की हैं, जबकि बांग्लादेश के पास सिर्फ 5 जीतें बची हैं। इसका मतलब है कि पाकिस्तान का विजय प्रतिशत 80% है – एक ऐसी आँकड़ा जो कई क्रिकेट विशेषज्ञ भी आँखें मार कर देखते हैं।
इनमें से कई मैचों का मज़ा उस समय मिला जब दोनों टीमों ने अलग‑अलग मानदंडों पर खेला। घर के मैदान पर बांग्लादेश ने 6 जीतें लीं, जबकि पाकिस्तान को सिर्फ 4 जीतें मिलीं। विदेश में बांग्लादेश ने 8 बार जीत हासिल की, पाकिस्तान की कोई जीत नहीं – यह दर्शाता है कि बांग्लादेश के लिए अपने घरेली पिच का फायदा बहुत बड़ा है।
2025 की जुलाई‑माह में मिरपुर में हुआ वह रोमांचक त्रयी सीरीज इस रुझान को साफ़‑साफ़ दिखाता है। पहले दो मैच बांग्लादेश ने गाजा‑गाजा जीते – पहला 7 विकेट से और दूसरा सिर्फ 8 रन से। परन्तु तीसरा मुकाबला एकदम उल्टा हो गया, जब पाकिस्तान ने 74 रन से बांग्लादेश को ध्वस्त कर दिया, अपनी बैटिंग डेप्थ और बॉलिंग डिसिप्लिन को साबित करते हुए।
- कुल T20I मुकाबले: 25
- पाकिस्तान के जीत: 20 (80%)
- बांग्लादेश के जीत: 5 (20%)
- घर में बांग्लादेश की जीत: 6
- विदेश में बांग्लादेश की जीत: 8
वर्तमान स्थिति और रणनीति: दुबई में कौन बनेगा फाइनल का दावेदार?
अब बात आती है अशिया कप 2025 की। सुपर‑फोर चरण में दोनों टीमों ने श्रीलंका के खिलाफ जीत हासिल की, पर भारत के हाथों हार खाई। अब दुबई इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम में 25 सितंबर को एक ताज़ा क्वार्टर‑फ़ाइनल जैसा मुकाबला तय होना है। जीतने वाली टीम सीधे फाइनल में पहुँच जाएगी, जो 28 सितंबर को तय होगा।
बांग्लादेश के लिये बैटिंग में गंभीर समस्या बनी हुई है। भारत के खिलाफ उनके बल्लेबाज़ी में केवल एक ही खिलाड़ी – सैफ हसन (69 रन) ने चमक दिखाया, बाकी नौ खिलाड़ियों ने दो अंको से भी अधिक नहीं बनाया। इस कारण उनके टॉप‑ऑर्डर में भरोसा कम है, और तीसरे क्रमांक पर पेरवेज़ होसन इमोन का 21 रन ही काफी नहीं रहा।
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान को इस एशिया कप से बाहर रखा, रणनीतिक कारणों से। कप्तान सलमान अग़ा की नई और्डर अभी तक स्थिर नहीं हुई, और भारत के खिलाफ दो बार हार ने टीम की आत्मविश्वास को झटक दिया। फिर भी, इतिहास उन्हें फायदा दे सकता है – इस साल के पाँच मिलते‑जुलते मुकाबलों में पाकिस्तान ने 3 जीत हासिल की है।
इन्हीं दोनों टीमों के बीच मुख्य कहानी होगी ‘कौन कम भारी गलतियां करेगा’। दुबई की पिच को दो‑मुखी कहा जाता है – तेज़ बॉलिंग के साथ-साथ स्पिनर को भी मौका मिलता है। इस पेचिदा सतह पर टैक्टिकल चतुराई और फील्डिंग की सटीकता ही जीत के क़ीमती अंक तय करेगी।
यदि बांग्लादेश अपने घर के समान परिस्थितियों का फायदा उठाकर तेज़ रन बनाता है, तो उन्हें केवल 70‑80 रन ही बचाने की जरूरत पड़ सकती है। वहीं पाकिस्तान को शुरुआती ओवरों में दबाव कमाने के लिए अपने बिग हिटर्स को रॉकेट की तरह उड़ाना होगा। दोनों पक्षों के कोच भी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि फ़ील्डिंग में कोई भी बिखराव नहीं होना चाहिए, क्योंकि छोटे‑छोटे फ़ॉल्ट्स से ही मैच का परिणाम तय हो सकता है।
आने वाले मैच में कौन आगे आएगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है, पर एक बात तय है: इस टक्कर में जीत की खुशी सिर्फ फाइनल की टिकट नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच इस रिव rivalry में एक नया कदम भी हो सकता है।
8 टिप्पणि
pk McVicker
सितंबर 27, 2025 AT 20:51 अपराह्नपाकिस्तान का 80% जीतने का आँकड़ा तो बस एक दर्द है। बांग्लादेश को तो घर पर भी जीत नहीं मिलती।
Laura Balparamar
सितंबर 29, 2025 AT 07:05 पूर्वाह्नये आँकड़े तो बस इतिहास हैं। अब दुबई की पिच पर बांग्लादेश के बल्लेबाज़ अगर अपने डर को छोड़ दें तो कोई भी मैच बदल सकता है। बाबर और रिज़वान नहीं हैं तो पाकिस्तान की बैटिंग भी अजीब लग रही है।
Shivam Singh
सितंबर 30, 2025 AT 12:30 अपराह्नक्या बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर में सिर्फ सैफ हसन ही जीवित है? बाकी सब तो बिल्कुल डूब गए जैसे गंगा में डूबे हुए गाय के बच्चे। और पाकिस्तान का कप्तान अभी तक अपना ऑर्डर नहीं बना पाया? ये टीम तो बस इतिहास पर टिकी है।
Piyush Raina
अक्तूबर 2, 2025 AT 01:02 पूर्वाह्नइस रिवाल्वरी को समझने के लिए बस एक बात याद रखो: बांग्लादेश ने विदेश में आठ जीत ली हैं, जबकि पाकिस्तान को वहां एक भी नहीं। ये आँकड़ा किसी भी बाहरी बात से ऊपर है। ये टीम की आत्मा का प्रतीक है। अब दुबई में देखना होगा कि कौन अपनी आत्मा को दिखाता है।
Srinath Mittapelli
अक्तूबर 3, 2025 AT 06:16 पूर्वाह्नबांग्लादेश की बैटिंग अभी भी एक बर्फ का घर है जिसमें एक बार गर्मी आ जाए तो सब गल जाएगा। पाकिस्तान की बॉलिंग डिसिप्लिन तो अच्छी है लेकिन उनका टॉप ऑर्डर अब भी एक अनिश्चितता है। दोनों टीमों के लिए फील्डिंग जीत की कुंजी है। एक गलती और मैच बदल जाएगा।
Vineet Tripathi
अक्तूबर 5, 2025 AT 03:54 पूर्वाह्नदुबई की पिच पर फ़ील्डिंग की सटीकता ही फैसला करेगी। बांग्लादेश को बस एक शानदार शुरुआत चाहिए। अगर वो 70 रन बना लेते हैं तो पाकिस्तान के लिए ये बहुत ज्यादा हो जाएगा।
Dipak Moryani
अक्तूबर 5, 2025 AT 18:44 अपराह्नक्या कोई बता सकता है कि पाकिस्तान ने बाबर और रिज़वान को क्यों बाहर रखा? क्या ये कोई रणनीतिक फैसला है या फिर टीम में कोई गुप्त झगड़ा है?
Subham Dubey
अक्तूबर 7, 2025 AT 08:32 पूर्वाह्नये सब एक बड़ा षड्यंत्र है। भारत ने दोनों टीमों को हराया ताकि वो आपस में लड़ें। अशिया कप का असली लक्ष्य तो दक्षिण एशिया के क्रिकेट को नष्ट करना है। अगर बांग्लादेश जीत गया तो ये सब एक जासूसी योजना है। आप देखोगे कि अगले दिन किसी ने भी बांग्लादेश को जीत का श्रेय नहीं देगा।